उसकी आखें काली नहीं हैं !

उसकी आखें काली नहीं भूरी हैं
लेकिन आखों के आगे और पीछे दोनों ओर है गहरा काला रंग
डामर की तरह गर्म और चिपकता हुआ
जो अमादा है ज़ल्द से जल्द आँख को पूरी तरह ढक लेने पर
ठंडा भी नहीं होता जमता भी नहीं
बस पिघला हुआ है कींचड़ जैसा
जिस पर फसी हुई सी हैं उसकी दो आखें
कभी जलती हुई कभी फिसलती हुई कभी जमती हुई
जलते जलते आखें चटख गयी हैं भीतर भीतर
निशान पड़ गए हैं गहरे
जिनमे भरता जा रहा है डामर जैसा काला रंग
भीतर तक चला जाता है
और उसकी आखें खाईं जैसी होती जाती हैं
गहरी और अंधेरी
ब्लैकहोल की तरह
जिनमे एक एक कर डूबते जाते हैं
उसके सारे सपने
और हाँ, उसकी आखें काली नहीं हैं.